विश्वेषामिज्जनिता ब्रह्मणामसि ।। (ऋ०२/२३/२)

वैदिक सूक्ति में निहित अद्भुत रहस्य को जानें और जीवन में सत्य के लक्षणों को अंगीकार करें

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वैदिक सूक्तियों की विलक्षण शक्ति